WO KAGAZ KI KASHTI WO BARISH KA PANI SONG LYRICS IN HINDI
वो कागज़ की कश्ती
एल्बम - आज १९९०
आवाज़ - जगजीत सिंघ
संगीत -चित्रा दत्त, जगजीत सिंघ
बोल - सुदर्शन फारिख
BGM
ये दौलत भी ले लो ये शोहरत भी ले लो
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी
मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन
वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
BGM
मुहल्ले की सबसे पुरानी शान
वो बुढ़िया जिसे बच्चे कहते थे नानी
वो नानी की बातों में परियों का डेरा
वो चेहरे की झुर्रियों में सदियो का खेड़ा
भुलाए नहीं भूल सकता हैं कोई..
भुलाए नहीं भूल सकता हैं कोई..
वो छोटी सी रात वो लम्बी कहानी
वो छोटी सी रात वो लम्बी कहानी
BGM
कड़ी धुप में अपने घर से न निकलना
वो चिड़िया वो बुलबुल वो तितली पकड़ना..
वो गुड़िया की शादी पे लड़ना झगड़ना
वो झूलों से गिरन वो गिरके सम्भलना..
वो पीतल के छल्लों के प्यारे से तोफें..
वो पीतल के छल्लों के प्यारे से तोफें..
वो टूटी हुई चूड़ियों की निशानी..
वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
Comments
Post a Comment